Bible Ki Ayten Sankat Ke Samay Mein

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🙏 Bible Ki Ayten Sankat Ke Samay Mein

🌟 प्रस्तावना

जीवन में संकट ऐसे समय होते हैं जब मनुष्य अपने आप को अकेला, डरा हुआ और निराश महसूस करता है। चाहे वह आर्थिक समस्या हो, बीमारी, परिवारिक कलह, या मानसिक तनाव — ऐसे समय में सबसे बड़ी सांत्वना हमें परमेश्वर के वचन से मिलती है। बाइबल की आयतें संकट के समय में हमारे लिए आशा की किरण बन जाती हैं, जो हमें अंधकार में रोशनी दिखाती हैं।

Bible Ki Ayten Sankat Ke Samay Mein
Bible Ki Ayten Sankat Ke Samay Mein

📖 बाइबल: संकट में सबसे बड़ा सहारा

बाइबल केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि एक जीवित वचन है, जो हमारे जीवन की हर परिस्थिति में मार्गदर्शन देता है। बाइबल की आयतें संकट के समय में हमें यह दिखाती हैं कि परमेश्वर कभी भी हमें अकेला नहीं छोड़ता।

भजन संहिता 46:1 – “परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक है।”

यह वचन यह बताता है कि संकट कोई आश्चर्य नहीं है, लेकिन परमेश्वर उसमें भी हमारे साथ है।

🙌 विश्वास को मजबूत करने वाली आयतें

📌 यशायाह 41:10

“मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ; इधर-उधर मत देख, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ; मैं तुझे दृढ़ करूंगा, मैं तेरी सहायता करूंगा, मैं अपने धर्ममय दाहिने हाथ से तुझे संभालूंगा।”

यह वचन हमें आश्वस्त करता है कि चाहे परिस्थिति कैसी भी हो, परमेश्वर हमें थामे रहता है।

📌 भजन संहिता 34:17-18

“जब धर्मी दुहाई देता है, तब यहोवा सुनता है, और उसको सब संकटों से छुड़ाता है। यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है, और पिसे हुए मन वालों का उद्धार करता है।”

बाइबल की आयतें संकट के समय में इस सच्चाई को बार-बार दोहराती हैं कि परमेश्वर टूटे हुए हृदयों के करीब होता है।

😔 जब डर सताता है

जब डर दिल पर हावी होता है, तब हमें चाहिए कि हम परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं को स्मरण करें।

📌 2 तीमुथियुस 1:7

“क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं, पर सामर्थ, प्रेम और संयम की आत्मा दी है।”

यह वचन हमें बताता है कि डर परमेश्वर की योजना का हिस्सा नहीं, बल्कि शत्रु का हथियार है।

🕊️ शांति की आयतें

📌 यूहन्ना 14:27

“मैं तुम्हें शांति दिए जाता हूं; अपनी शांति तुम्हें देता हूं, जैसी जगत देता है वैसी नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल न हो, और न डरें।”

जब हमें दुनिया की शांति नहीं मिलती, तब यीशु की शांति स्थायी और स्थिर होती है।

💪 आशा और सामर्थ्य की आयतें

📌 फिलिप्पियों 4:13

“जो मुझे सामर्थ देता है, उसमें मैं सब कुछ कर सकता हूं।”

यह वचन संकट के समय आत्मिक बल देने वाला है।

📌 रोमियों 8:28

“और हम जानते हैं कि सब बातें मिलकर परमेश्वर से प्रेम रखने वालों के लिये, अर्थात् उसके उद्देश्य के अनुसार बुलाए गए लोगों के लिये भलाई ही को उत्पन्न करती हैं।”

बाइबल की आयतें संकट के समय में यह याद दिलाती हैं कि हर परिस्थिति में कोई न कोई ईश्वरीय योजना होती है।

😭 आँसुओं और दुःख में सांत्वना देने वाली आयतें

📌 भजन संहिता 30:5

“रोना रात भर होता है, पर भोर को आनन्द होता है।”

📌 प्रकाशितवाक्य 21:4

“वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा; न मृत्यु रहेगी, न शोक, न विलाप, न पीड़ा।”

बाइबल की आयतें संकट के समय में हमें यह आश्वासन देती हैं कि दुःख स्थायी नहीं है।

🔥 परीक्षा और धीरज

📌 याकूब 1:2-4

“हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो, तो इसे बड़े आनन्द की बात समझो।”

परीक्षाएं केवल कठिनाई नहीं, आत्मिक उन्नति का साधन भी होती हैं।

🛡️ सुरक्षा और संरक्षण की प्रतिज्ञाएं

📌 भजन संहिता 91:1-2

“जो परमप्रधान के छाया में रहता है, वह सर्वशक्तिमान की छाया में विश्राम पाएगा।”

यह पूरा भजन संकट में सुरक्षा की गवाही देता है।

🙏 प्रार्थना के लिए प्रेरित आयतें

📌 मत्ती 7:7

“मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ो, तो पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।”

📌 1 थिस्सलुनीकियों 5:17

“निरंतर प्रार्थना करो।”

बाइबल की आयतें संकट के समय में केवल सांत्वना नहीं, प्रार्थना में बल देती हैं।

❤️ परमेश्वर के प्रेम की गारंटी

📌 रोमियों 8:38-39

“न तो मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधान… हमें परमेश्वर के प्रेम से अलग कर सकेंगे।”

जब हम यह जानते हैं कि परमेश्वर का प्रेम अटल है, तो संकट का सामना सरल हो जाता है।

🛤️ रास्ता दिखाने वाली आयतें

📌 नीतिवचन 3:5-6

“तू अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रख, और अपनी समझ का सहारा न ले।”

कई बार संकट में हम अपनी समझ से रास्ता निकालना चाहते हैं, जबकि परमेश्वर का मार्ग सर्वोत्तम होता है।

🕯️ क्यों जरूरी है बाइबल वचनों का स्मरण?

कई बार संकट में हम भूल जाते हैं कि परमेश्वर क्या कहता है। जब हम बाइबल की आयतें संकट के समय में पढ़ते और स्मरण करते हैं, तो हमारे भीतर विश्वास और आशा जन्म लेती है।

भजन संहिता 119:105 – “तेरा वचन मेरे पाँव के लिये दीपक, और मेरी राह के लिये उजियाला है।”

📘 सारांश: बाइबल की आयतें संकट के समय में क्यों जरूरी हैं?

  1. आत्मिक बल प्रदान करती हैं

  2. निराशा को आशा में बदलती हैं

  3. मार्गदर्शन और शांति देती हैं

  4. परमेश्वर की उपस्थिति का अनुभव कराती हैं

  5. विश्वास को मजबूत बनाती हैं

🙌 Call to Action

👉 क्या आप भी किसी संकट से गुजर रहे हैं?
👉 क्या आप शांति, आशा और समाधान चाहते हैं?
👉 बाइबल की आयतें संकट के समय में आपके लिए संजीवनी हैं।

आज ही परमेश्वर के वचन को पढ़ना शुरू करें। प्रार्थना करें। भरोसा करें। वह आपको छोड़ नहीं देगा।

1 thought on “Bible Ki Ayten Sankat Ke Samay Mein”

  1. मेरे लिए प्रेयर कीजिए कि मै आत्मिक उन्नति में आगे बढ़ूं ।
    और प्रभु के वचनों को अच्छे से मनन कर सकूं आमीन।

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